यूँही तुम मुझ से बात करती हो,
यूँही तुम मुझ से बात करती हो,
यूँही तुम मुझ से बात करती हो,
या कोई प्यार का इरादा है
अदायें दिल की जानता ही नहीं,
अदायें दिल की जानता ही नहीं,
मेरा हमदम भी कितना सादा है
यूँही तुम मुझ से बाते करती हो
रोज आती हो तुम खयालों में,
रोज आती हो तुम खयालों में,
जिंदगी में भी मेंरी आ जाओ
बीत जाये ना ये सवालों में,
इस जवानी पे कुछ तरस खाओ
हाल-ए -दिल समझो सनम,
हाल-ए -दिल समझो सनम,
कहेंगे मुंह से ना हम
हमारी भी कोई मर्यादा है
अदायें दिल की जानता ही नहीं,
मेरा हमदम भी कितना सादा है
यूँही तुम मुझ से बाते करती हो
भोलेपन में है वफा की खुशबू,
भोलेपन में है वफा की खुशबू,
तुझ पे सब कुछ ना क्यों लूटाऊ मैं
मेरा बेताब दिल ये कहता है,
तेरे साये से लिपट जाऊं मैं
मुझ से मेल तेरा,
मुझ से मेल तेरा,
ना हो एक खेल तेरा
ये करम मुझ पे कुछ ज्यादा है
यूँही तुम मुझ से बात करती हो,
या कोई प्यार का इरादा है
अदायें दिल की जानता ही नहीं,
बन गयी हो मेरी सदा के लिए,
बन गयी हो मेरी सदा के लिए,
या मुझे यूँही तुम बनाती हो
कही बाहों में ना भर लूँ तुमको,
क्यों मेरे हौसले बढाती हो
हौसले और करो,
हौसले और करो,
पास आते ना डरो
दिल ना तोड़ेंगे अपना वादा है
यूँही तुम मुझ से बात करती हो,
या कोई प्यार का इरादा है
अदायें दिल की जानता ही नहीं
मेरा हुमदुम भी कितना सदा है
यूँही तुम मुझ से बात करती हो।
Given by ओझा विकास